अनुक्रमणिका

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गुरुदेव की कृपा का फल


गुरुदेव की कृपा का फल

अपनी गुरु परम्परा के एक गुरुदेव ने कहा, गुरु वशिष्ट की वाणी है ये, परम पुनीत वाणी है ये और इस वाणी की चरितार्थता गुरुदेव की कृपा से एक बिल्कुल निरक्षर ब्रह्मचारी ने सारी दुनिया को कहा देखो-देखो दूरेदृशं गृहपतिमथर्युम। दूर से दूर में देखो, ये वेदांत की अहं ब्रह्मास्मि का ठाठ बनता है, इसमें अत्ता चराचरग्रहणात् होता है।...

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सोमेटिक थेरेपी बढ़ रही है मांग


सोमेटिक थेरेपी बढ़ रही है मांग

जब हम किसी आघात या हादसे का शिकार होते हैं तो उसका भय, दु:ख, तनाव या ग्लानि मात्र हमारे मस्तिष्क में ही नहीं शरीर में भी स्टोर होते हैं। किंतु हमारा पूरा ध्यान मन को शांत और संतुलित रखने का होता है और हम शरीर में हो रहे परिवर्तनों की लगभग अनदेखी कर देते हैं। बस यहीं सोमेटिक थेरेपी काम आती है। सोमेटिक थेरेपी तन के द्वारा मन को ठीक करने का प्रयास करती है।...

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सांस्कृतिक चेतना और श्रीराम का सदाचार


सांस्कृतिक चेतना और श्रीराम का सदाचार

श्रीराम ने अपने सदाचार और दिव्य गुणों के कारण मर्यादा पुरुषोत्तम का गौरवपूर्ण सम्मान प्राप्त किया। हमें भी उनके इन गुणों का चिन्तन-मनन करते हुए उन्हें अपने जीवन में अपनाना है। प्रभु श्रीराम के प्रति श्रद्धा, भक्ति और आस्था रखते हुए, उनको मानते हुए, उनका पूजन करते हुए उनके आदर्शों पर चलना भी है और अपनी संस्कृति से जुड़ना भी है।

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अपनी मूल आवश्यकताओं को समझिए


अपनी मूल आवश्यकताओं को समझिए

सच्चे संबंध ऑनलाइन नहीं बल्कि असल जीवन में ही बन सकते हैं, किंतु बहुत सारे लोग इस बात को भूल चुके हैं। इसलिए इंटरनेट पर ढेरों आभासी मित्र होने के बावजूद वह अकेले और विरक्त हैं किंतु इस भ्रम से बाहर आने की सख्त आवश्यकता है। इसके लिए सबसे पहले आपको स्वयं के साथ प्रेम और सम्मान के साथ पेश आना होगा, क्योंकि जब तक आप स्वयं के साथ नरमी नहीं बरतेंगे,...

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बच्चें हैं, दिखावे की चीज नहीं


बच्चें हैं, दिखावे की चीज नहीं

?शेरेंटिंग? का अर्थ है, माता-पिता द्वारा अपने बच्चों से जुड़ी प्रत्येक छोटी-बड़ी जानकारी या फोटोज को सोशल मीडिया पर निरंतर शेयर करना। यह शब्द, विशेषकर उन अभिभावकों के लिए उपयोग किया जाता है, जो अपने बच्चों की प्रत्येक जानकारी, फोटो, वीडियो आदि को आॅनलाइन साझा करते रहते हैं। ऐसे ही पेरेंट्स के लिए ?शेरेंटिंग? शब्द का आविष्कार हुआ है।...

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